Are you looking for a Small Story in Hindi? So they are available here. Every day a New Story is posted, which provides Moral Education. Friends, our today’s story is based on humanity. Donation is an important quality of humanity. Our today’s story title is “स्वास्थ्य प्रेरणा”. In this story, we have tried to express qualities like charity, kindness, faith.
![Small Story in Hindi- "स्वास्थ्य प्रेरणा"](https://thoughtsguruji.com/wp-content/uploads/2020/04/MORAL-STORIES-6-1024x536.jpg)
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दोस्तों इसमें प्रेषित सभी Moral Story Hindi पाश्चात्य काल के किसी न किसी दैनिक जीवन में घटित घटना से संबंधित है! या फिर लोगों द्वारा कथित तौर पर कही गई है| जो आज निश्चित तौर पर हमारे दैनिक जीवन में घटित होती है!
So Friends! Today’s our
INTERESTING MORAL STORY
“स्वास्थ्य प्रेरणा“
किसी गांव में एक संत निवास करते थे| उस गांव में संत को छोड़कर शेष सभी लोग कंजूस प्रवृत्ति के थे, कोई किसी को कुछ देता नहीं था| संत की कुटिया एक बगीचा में थी| अपने पास आए हर व्यक्ति को वह पेड़ से फल तोड़कर खाने को देते थे और बकरी का दूध पीने को देते थे|
![A Saint and villagers](https://thoughtsguruji.com/wp-content/uploads/2020/04/Interesting-Small-Story-in-Hindi-स्वास्थ्य-प्रेरणा-9.jpg)
एक दिन संत ने किसी को कहा कि बहुत जल्द तुम्हें गड़ा खजाना मिलने वाला है और उसकी बात सच निकली| एक अन्य अवसर पर उन्होंने किसी को कहा कि तुम्हारे मकान की छत पर रात ही गिरने वाली है, और व्यक्ति ने उसकी बात पर विश्वास किया और मकान के बाहर ही रहा| संत की बात पुनः सत्य निकली छत वास्तव में अगले दिन ही गिर गई|
![Interesting Small Story in Hindi- "स्वास्थ्य प्रेरणा"-Villagers painting](https://thoughtsguruji.com/wp-content/uploads/2020/04/Interesting-Small-Story-in-Hindi-स्वास्थ्य-प्रेरणा-2.jpg)
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सभी के अंदर यह धारणा बन चुकी थी की संत की कही बात कभी गलत नहीं होता है| उसी गांव में एक अनाथ आश्रम भी था जिसमें कुछ दिनों से बिल्कुल भी दान नहीं आया था, वहां के बच्चे भोजन और वस्त्र के लिए तरस गए थे|
ऐसी स्थिति में आश्रम के अध्यक्ष, संत के पास पहुंचे और विनती की: हे तपोमूर्ति! आप ने आज तक जो भी कहा वह सत्य हुआ है| परंतु मैं आपके पास एक झूठ बोलने की प्रार्थना करता हूं| आप बस इतना कह दे कि तीन दिन बाद प्रलय होने वाली है|
![](https://thoughtsguruji.com/wp-content/uploads/2020/04/Interesting-Small-Story-in-Hindi-स्वास्थ्य-प्रेरणा.jpg)
“ऐसा कैसे संभव है, झूठ तो झूठ ही रहेगा|”
“मैं जानता हूं पूज्यवर! परंतु आपके एक झूठ से आश्रम के कई बच्चों को जीवन मिल सकेगा|”
“मेरे झूठ बोलने से बच्चों का क्या संबंध, परंतु यदि तुम्हें लगता है कि मेरे झूठ बोलने से बच्चों को भोजन आदि मिल सकता है तो मुझे सहर्ष स्वीकार है|”
दुसरे दिन संत ने किसी से कहा कि तीन दिन में प्रलय होने वाली है| यह बात आग की तरह पूरे गांव में फैल गई| सभी जानते थे कि संत की बात हमेशा सच हुई है| किसी ने कहा कि प्रलय के समय जल और थल मिल जाती है|
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![Interesting Small Story in Hindi- "स्वास्थ्य प्रेरणा"-Villagers Painting](https://thoughtsguruji.com/wp-content/uploads/2020/04/Interesting-Small-Story-in-Hindi-स्वास्थ्य-प्रेरणा-3.jpg)
तीसरे दिन सभी मंदिर के प्रांगण में एकत्र होकर प्रार्थना करने लगे| एक दिन पूर्व ही अनाथ आश्रम के अध्यक्ष, मंदिर के पुजारी से मिलकर सारी बात बता चुका था| मंदिर में पुजारी ने घोषणा की, कि यदि सब को समाप्त होना ही है तो क्यों ना दान पुण्य कर ही मरे |
यह सुनकर लोग अपने घरों को दौड़ गए, जिनसे जो भी पाया अन्न, धन, पशु, वस्त्र, सब कुछ दान किये| अनाथ आश्रम में भी किया| तीसरा दिन आया और चला गया| प्रलय जैसी कोई घटना नहीं घटी, परंतु दान पुण्य करने से ग्राम वासियों को अद्भुत आनंद मिला, तृप्ति मिली, जिसका कि उन्होंने कभी स्वाद आज तक नहीं चखा था|
![](https://thoughtsguruji.com/wp-content/uploads/2020/04/Interesting-Small-Story-in-Hindi-स्वास्थ्य-प्रेरणा-5.jpg)
उस दिन के बाद वहां के लोगों में परिवर्तन आ गया और लोगों ने अपनी कृपणता छोड़ दी परहित चिंतन में छिपे स्वाद को वे चख चुके थे| वास्तव में किसी अच्छे कारण के लिए बोला गया झूठ कल्याणकारी होता है| यही हैं “स्वास्थ्य प्रेरणा”|
Moral:
- दान करना मानव धर्म हैं| परित्याग से ही अंतः करण शुध्द होता हैं|
- यदि आपके पास कुछ ज्यादा हैं तो उसे दान कीजिये, अन्न, धन, पशु, वस्त्र, आदि जो कुछ भी हैं दीजिये|
- ईश्वर और अपने माता-पिता को धन्यवाद दीजिये, की उसने आपको इस लायक बनाया की आप सक्षम हैं| कितनों के नसीब में वो भी नही रहता|
- यहां क्या लेकर आये थे, जो लेकर जायेंगे| जो समेट रहे हैं वो भी अंत में यही छोड़ कर जाना हैं| बनाना हैं तो अपने पुत्र-पुत्री को ज्ञान से सक्षम बनाइये, ताकि वो अपना जीवन मर्यादित तरीके से व्यतीत कर सके और अपने आप में सक्षम रहे|
धन्यवाद!
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really best stories data.